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अंतरिक्ष युद्धम 15

    

    एक और नई मुसीबत


    अगले 10 मिनट तक सब सही रहा। सभी स्पेसक्राफ्ट गुरु वुवान द्वारा छोड़े गए प्रकाश पुंज के बिल्कुल करीब से जा रहे थे। उन्हें इस बात की पूरी उम्मीद थी कि गुरु वुवान उनके स्पेसक्राफ्ट को ट्रैक नहीं कर पाएंगे, और ना ही वह इस बात का अंदाजा लगा पाएंगे कि सभी स्पेसक्राफ्ट प्रकाश पुंज के नजदीक से अपना सफर तय कर रहे हैं। हालांकि अभी किसी भी स्पेसक्राफ्ट ने प्रकाश गति को नहीं पकड़ा था, क्योंकि संभावित प्रकाश गति पकड़ने के लिए उन्हें बिना किसी रूकावट के एक खाली जगह चाहिए थी। जॉर्ज की प्लानिंग के मुताबिक जब सब सुरक्षित जगह पहुंच जाएंगे, तब वह लोग इस प्रकाश पुंज को छोड़कर खाली स्पेस में ही प्रकाश गति पकड़ेंगे। जॉर्ज अभी तक अपने पिछले सभी प्लनों में कामयाब रहा था, और उसे पूरी उम्मीद थी वो इस में भी कामयाब रहेगा।
    
    राज स्पेसक्राफ्ट के अंदर बैठा खुद को सहज करने की कोशिश कर रहा था, वो बुरी तरह से घबरा गया था, खासकर तब जब गुरु वुवान का प्रकाश पुंज ठीक उसके सामने से स्पेसशीप के दो टुकड़े करता हुआ गुजरा था। वो दृश्य किसी ब्रेड के स्लाइड को बीच से दो टुकड़े करने जैसा था।
    
    मिशा,उसके चेहरे पर पसीने की कुछ बूंदे उभर आई थीं। हालांकि उसने अपनी धड़कन को बेखुबी काबू कर रखा था, और सांसे भी नियंत्रित थीं। लेकिन उसके शरीर के अंदर की जो घबराहट थी वह पसीने के रूप में बाहर आने से नहीं रुक रही थी।
    
    मिस्टर रावत अपने दोनों हाथ पेट पर रखकर उन्हें सहला रहे थे, मानो वो खुद को दिलासा दे रहे हो कि उन्होंने अभी-अभी जो भी देखा, वो इतनी खतरनाक चीज नहीं था। ऐसी चीजें तो अक्सर होती रहती है, उन्होंने तो खुद इसरो में काम करते वक्त कई सारे स्पेस शटल को फटते हुए देखा था। वो खुद को एहसास दिला रहे थे कि यह एक नॉर्मल घटना है, जबकि उनका दिमाग सच्चाई जानता था।
    
    स्पेस शिप में जितने भी सदस्य मौजूद थे, चाहे वो क्रु का हिस्सा हो या फिर सिपाही सेना का, सभी को एक पल यह जरूर लगा था कि वो अब नहीं बचेंगे, लेकिन अब खुशकिस्मती से वो लोग मुसीबतों से दूर जा रहे थे। और यह अब के लिए तो एक अच्छी बात थी।
    
    जॉर्ज ने अपने स्पेसक्राफ्ट पर मनुअली कुछ बटन दबाएं और स्पेस को स्कैन किया। वो किसी सुरक्षित जगह की तलाश में था, ताकि अब प्रकाश गति के काम को अपना अंतिम रूप दे दिया जा सके। स्पेसक्राफ्ट्स को स्कैनिंग में ज्यादा समय नहीं लगा था, जल्द ही स्कैनिक का काम पूरा हुआ और उसने आसपास के स्पेस का बायोडाटा उसे दिया। बायोडाटा देखने के बाद जॉर्ज अपने दूसरे साथियों से बोला
    
    "अच्छा तो दोस्तों, फिलहाल हम किसी अनजान प्लेनेट के करीब से गुजर रहे हैं... लगभग अगले 5 मिनट के बाद हम ग्रह के गुरुत्वाकर्षण से दूर हो जाएंगे और हमें प्रकाश गति पकड़ने के लिए एक खाली जगह मिल जाएगी। सब इसकी तैयारी कर ले"
    
    जोर्ज का सिग्नल मिलते ही सभी अपने-अपने स्पेसक्राफ्ट में मेन्यूली कुछ कमांड डालने लगे। सभी को अब अपने स्पेसक्राफ्ट की डायरेक्शन बदलनी थी और उसे गुरु वुवान के प्रकाश पुंज से दूर लेकर जाना था। काम ठीक ठाक हो रहा था, छह स्पेसक्राफ्ट अपनी दिशा बदलने में कामयाब रहे जबकि बाकी के 6 स्पेस क्राफ्ट भी इसी प्रोसेस में थे। जॉर्ज का स्पेसक्राफ्ट सबसे पीछे था इसलिए वह अंत में ही अपनी डायरेक्शन बदल सकता था।
    
    लेकिन शायद सब कुछ इतना आसान नहीं था।
    
    अचानक ही जॉर्ज की स्पेसक्राफ्ट का अलार्म एक अनजान खतरे की चेतावनी देने लगा। स्पेसक्राफ्ट की लाल रोशनी और सायरन की आवाज दोनों ने ही उन्हें सचेत कर दिया था। जॉर्ज ने दोबारा स्पेस की स्कैनिंग की।
    
    "यहां तो किसी तरह का खतरा नहीं, ग्रह का गुरुत्वाकर्षण जरूर हमें अपनी और खींच रहा है लेकिन हमारी स्पीड इस्केप विलोसिटी से काफी ज्यादा है, तो फिर यह सायरन किस चीज का?"
    
    जॉर्ज उस घटना के बारे में पता लगाने की कोशिश कर रहा था जिसने सायरन को बजाया और उन्हें खतरे की चेतावनी दी। राज का दिल फिर जोर से धक धक करने लगा था, क्योंकि यह आवाज सच में काफी डरावनी थीं। वह भी अपने इर्द-गिर्द झांककर अलार्म की आवाज के कारण ढूंढने की हड़बड़ी में था।
    
    अचानक, जॉर्ज के माथे की लकीरें फैल गई। वो अपनी स्क्रीन के सामने मॉनिटर द्वारा दिखाए जाने वाले टेंपरेचर को देख रहा था। स्पेसक्राफ्ट का टेंपरेचर लगातार बढ़ रहा था, और वह खतरे के निशान के बिल्कुल करीब था। यही वजह थी कि स्पेसक्राफ्ट का अलार्म का शोर उन्हें चेतावनी दे रहा था।
    
    जॉर्ज ने तुरंत अपनी सीट से खड़े होते हुए पीछे की तरफ देखा, गुरु वुवान द्वारा छोड़ी गई प्रकाश पुंज स्पेसक्राफ्ट के बाएं हिस्से को जला रही थी। ऐसा ही कुछ मिशा के स्पेसक्राफ्ट के साथ हो रहा था। उनका स्पेसक्राफ्ट प्रकाश पुंज के कुछ ज्यादा ही नजदीक था, इस वजह से वहां उत्पन्न होने वाली परेशानियां इनसे भी ज्यादा थी। जनडोरी वासी स्पेसक्राफ्ट को संभालने की पूरी कोशिश कर रही थी। जॉर्ज ने भी स्पेसक्राफ्ट की डायरेक्शन को जल्दी से बदलने की कोशिश की। पर शायद अब हालात उनकी पकड़ से बाहर थे।अचानक मिशा की स्पेसक्राफ्ट को झटका लगा और उनके दोनों लांचर एक साथ बंद हो गए। जॉर्ज का स्पेसक्राफ्ट उनके पीछे था जिस वजह से मिशा का स्पेसक्राफ्ट बंद होते ही, जॉर्ज का स्पेसक्राफ्ट उनसे टकरा गया‌। इस टक्कर से दोनों स्पेसक्राफ्ट प्रकाश पुंज से दूर होने के साथ-साथ निर्वात अंधेरे स्पेस में गोल गोल घूमने लगे। जॉर्ज के स्पेसक्राफ्ट का भी लांचर बंद हो चुका था। इन परिस्थितियों में पास मौजूद ग्रह का गुरुत्वाकर्षण उनकी वेलोसिटी को कम कर अपनी ओर खींच रहा था, हालांकि उनकी ऑर्बिट दीर्घ वृत्ताकार थी लेकिन वो ग्रह के इतने पास थे की, किसी भी ऑर्बिट में चक्कर लगाने की बजाए उनकी ज्यादा संभावना नीचे गिरने की थी। दोनों ही स्पेसक्राफ्ट क्रैश हो चुके थे।

    
अनजान ग्रह पर गिरना
    
    जोर्ज के साथ मिशा का स्पेसक्राफ्ट ही क्रैश हो चुका था। दोनों किसी अनजान ग्रह की ओर जा रहे थे। ग्रह का गुरुत्वाकर्षण इतना मजबूत था कि दोनों ही स्पेसक्राफ्ट को कुछ खास करने की जरूरत नहीं पड़ रही थी। दहशत स्पेसक्राफ्ट में मौजूद चारों के चेहरों पर थी। अगले आने वाले कुछ पलों में ना तो उन्हें अपनी जिंदगी का पता था ना ही मौत का। गुरु वुवान द्वारा छोड़ी गई प्रकाश पुंज का प्रभाव अनन्त दूरी तक था जिसने कुछ हद तक वैसे ही काम किया था जैसे कोई सूरज‌ भयानक सुपरनोवा विस्फोट में प्रकाश के संकुचित पुंज निर्वात में भेजता है। जल्द ही दोनों स्पेसक्राफ्ट एक के बाद एक वायुमंडल की ऊपरी परत से टकरा गए। उनके आगे का सिरा टककराहट से उत्पन्न होने वाले घर्षण के कारण लाल होने लगा था। राज और मिशा दोनों ही अपने-अपने अलग स्पेसक्राफ्ट में जोर-जोर से चिल्ला रहे थे। गर्मी इतनी बढ़ चुकी थी कि अब उसे स्पेसक्राफ्ट के अंदर भी महसूस किया जा सकता था। एक के बाद एक कई सारे परत्तों को चीरते हुए दोनों स्पेसक्राफ्ट धरातल की ओर बढ़ें। ग्रह कुछ हद तक बृहस्पति से मिलता-जुलता था लेकिन उसकी तुलना में इसका आकार सवा गुना कम था। चटानी पत्थरों की मौजूदगी और आग से ऊपर तक उबलते उफानी लावा वैसे ही मौजूद थे जैसे बृहस्पति ग्रह पर थे। ग्रह पर कहीं कहीं जंगल भी दिखाई दे रहे था जो खासकर ऊंची चोटियों पर थे जबकि उससे नीचे की चोटियों पर लावा की नदियों का बहाव था। स्पेसक्राफ्ट के आगे का लाल रंग अब कम होने लगा था और उन्होंने वायुमंडल की सभी परते पार कर ली थी। पर बात यहीं खत्म नहीं होती, अभी उनकी लैंडिंग बाकी थी। इसी लैंडिंग पर उनका भविष्य निर्भर करता था। अगर उनके स्पेसक्राफ्ट लावा के अंदर गिरता हैं तो शायद वो लोग 5 मिनट से ज्यादा जिंदा नहीं रह सकेंगे और अगर किसी चटानी पत्थर से टकराते हैं तो पल भर में ही उन्हें मौत नसीब हो जाएगी। स्पेसक्राफ्ट इतने मजबूत नहीं थे, ऐसे में पत्थरों से टकराते ही उनमें सीधे विस्फोट ही होगा। सिर्फ एक ही तरीका था जिससे उन लोगों के जीवन की संभावनाएं संभव हो सकती थी। अगर किसी तरह उनका स्पेसक्राफ्ट जंगली इलाके में लैंड करता है तो शायद पेड़ों की टक्कर से उन्हें उतना नुकसान ना पहुंचे जितना नुकसान किसी पत्थर से टकराने पर या फिर लावा के वहाब में गिरने से होगा ।
    
    राज ने आंखें खोल कर अपने सामने का दृश्य देखें। स्पेसक्राफ्ट का शीशा टूटने वाला था। टूटने की कगार पर खड़े शीशे से बाहर के दृश्य धुंधले और तेज गति से ही दिखाई दे रहे थे। उसे दिख रहा था कि उसके सामने शायद इस ग्रह की सबसे ऊंची चोटी है और वह लोग उससे टकराने वाले हैं। गाल और चेहरे की चमड़ी स्पेसक्राफ्ट की तेज गति के कारण पीछे की ओर हट रही थीं। दिल की धड़कन काफी तेज थी और गला सुखी धौकनी की तरह सरसर कर रहा था। अचानक उनके स्पेसक्राफ्ट को जोर से झटका लगा और वो एक पहाड़ी के खोखले हिस्से से टकराते हुए गेंद की तरह ठपा खाकर आगे की ओर उछल गए। जिस जगह से वो टकराए थे वह नीचे की ओर ढलान लिए हुए थी जिस वजह से उनका स्पेसक्राफ्ट एक बार ठपा खाने के बाद आगे भी ठपे खाते हुए नीचे की ओर जाता रहा। मिशा और उसके साथ बैठे जनडोर वासी की स्पेसक्राफ्ट ने भी हुबहू उन्हीं की प्रतिकृति की थी। वह भी पहले एक बड़ा सा ठपा खाते हुए उछले और फिर छोटे-छोटे ठपे खाते हुए नीचे की ओर जातें रहें। एक निश्चित अंतराल के बाद दोनों ही स्पेसक्राफ्टों के ठपे कम होने लगे और फिर पूरी तरह से रुक गए। वो लोग अब रेनवे पर किसी उतरने वाले जहाज की तरह चलते जा रहे थे। अक्सर एक बच्चा जब किसी फिसलन पट्टी से फिसलता है तब वह भी कुछ इसी तरह से नीचे जाता है, बिना किसी सहारे के। जॉर्ज अब कुछ हद तक अपने ऊपर नियंत्रण वापस हासिल कर चुका था। उसके शरीर में होने वाली अजीब सी हलचल धीरे-धीरे कम हो रही थी। जैसे ही उसने खुद के शरीर को संभलते हुए पाया वैसे ही उसने स्पेसक्राफ्ट में उसके पैरों के पास वाले हिस्से पर बने एक हैंडल को जोर से खींच दिया। ऐसा ही कुछ मिशा के साथ बैठी जनडोर वासी ने किया था। हैंडल के खींचते ही स्पेसक्राफ्ट के पीछे के दोनों लांचर एक बार फिर से शुरू हो चुके थे। जॉर्ज ने तेजी से स्पेसक्राफ्ट के हैंडल को घुमाया और उसे 180 डिग्री तक घुमाते हुए तेज़ मोड़ काटा। उसके ऐसा करने से लांचर ने स्पेसक्राफ्ट की गति के विपरीत दिशा में बल लगाना शुरू कर दिया। जनडोर वासी भी ऐसा ही कर रही थी। फिसल पट्टी का तकरीबन 1 किलोमीटर की हिस्सा और बचा था जिसके बाद वह लावा की एक खाई में जाकर खत्म हो रही थी। जॉर्ज ने पैनी निगाहों से पहले नीचे की ओर देखा और फिर स्पेसक्राफ्ट में अपने ही सामने लगे मीटर को। यह मीटर उसे स्पेसक्राफ्ट में बचे हुए ईधन की स्थिति के बारे में बता रहा था। सुई गर्त में डूबने को तैयार थी जो इस बात की ओर इशारा कर रही थी कि अब स्पेसक्राफ्ट में ज्यादा ईधन नहीं। वह लोग अंतरिक्ष से ग्रह पर गिरने के बाद सीधी टक्कर से तो बच गए थे लेकिन अब उनके रास्ते में स्पेसक्राफ्ट की तेज गति और नीचे की लावा वाली खाई थी। जॉर्ज ने दूसरे मीटर पर भी ध्यान दिया जो स्पेस क्राफ्ट की गति के बारे में बता रहा था। वह इस वक्त अपनी सर्वश्रेष्ठ स्थिति में था, अर्थात स्पेसक्राफ्ट की गति सर्वोच्च गति के बिल्कुल करीब थी। हालांकि मीटर की सुई दो भागों में बंटी हुई थी जिसमें से नीचे वाला भाग प्रकाश गति से कम स्पीड पर काम करता था और ऊपर वाला भाग प्रकाश गति के आस-पास। जॉर्ज ने गहरी सांस ली और अपनी आंखें बंद कर आसपास की चीजों को फील करने लगा। उसे ऐसा लग रहा था जैसे अब वह मौत के बिल्कुल करीब है। राज की हालत पहले से ही खराब थी, बड़ी मुश्किल से उसने आंखें खोली थी लेकिन अब जोर्ज को देखकर वह भी अपने हौसले छोड़ चुका था। उसने भी आंखें बंद की और खुद के शरीर को ढीला छोड़ दिया। हालांकि मिशा और जनडोर वासी कि स्पेसक्राफ्ट के अंदर माहौल अभी इतना खराब नहीं था। उनके स्पेसक्राफ्ट के अंदर ईधन वाली सुई बीचोबीच खड़ी थी, स्पेसक्राफ्ट की गति भी धीरे कम हो रही थी। मतलब वह लोग इन मुश्किल हालातों से निकल जाएंगे लेकिन राज और जॉर्ज का कहना अभी मुश्किल था । राज के मस्तिष्क पटल पर उसके मां-बाप की तस्वीरें उबर आई। उसने सोचा वो यूं तो जिंदगी भर उन्हें नहीं देख पाएगा लेकिन अपने मस्तिष्क में उनके चित्रों को याद कर मरने से पहले उनके दर्शन जरूर कर लेगा। वह पूजा को भी याद कर रहा था। स्नेहा की तस्वीर भी कहीं-कहीं घूम रही थी और मिशा। इन सबके बीच वह मिशा को कैसे भूल सकता था। मिशा एकमात्र ऐसी लड़की थी जो पिछले 6 महिनों से भी ज्यादा उसके साथ रहती आ रही है। "भगवान हमारी सहायता करो" अचानक वह सभी को याद करने के बाद जोर से चिल्लाया। "हमें इस मुश्किल परिस्थितियों से निकालो भगवान" वह फिर बोला। लेकिन अब स्थिति भगवान के हाथ में भी नहीं थी।
    
    स्पेसक्राफ्ट के अंदर ग्रीन कलर का एक अलार्म जरजर करने लगा। अलार्म की आवाज कानों में पड़ते ही जोर्ज ने आंखें खोली और इंधन वाले मीटर की तरफ देखा। ईंधन अब सिर्फ कहने के लिए ही बचा था।‌ सुई के बाद अलार्म का बजना इस बात का संकेत था की ईधन अब अपने अंतिम बूंद की ओर है। जॉर्ज की नजर स्पीड वाली सुई पर भी गई। यहां कुछ ऐसा दिखा जिससे उसकी आंखों में चमक आ गयी। वह खुद को उत्साहित महसूस करने लगा। स्पेसक्राफ्ट की गति कम होने की ओर चल पड़ी थी। उसने राज की तरफ देखा जो अभी भी भगवान से मदद के लिए चिल्ला रहा था। वैसे वो इसे कोई चमत्कार तो नहीं मानता क्योंकि यह सब भौतिक के नियम ही थे। भौतिक विज्ञान जो साफ कहती है कि अगर गति के विपरीत दिशा में बल डाला जाएगा तो उससे गति का प्रभाव कम होगा। जॉर्ज ने हैंडल पर दोबारा पकड़ डाली और उसे झटका देते हुए आगे करने के बाद वापस पीछे कर दिया। इससे लांचर एक ही झटके के साथ बंद हुए और दोबारा चल पड़े। यह कम मात्रा में ईधन का ज्यादा अच्छा इस्तेमाल करने की एक तकनीक थी। अगर इधन को टुकड़ों में बांट दिया जाए तो उसका इस्तेमाल कम होगा। जार्ज ने एक के बाद एक स्पेसक्राफ्ट को झटके देना शुरू कर दिया।


   जनडोर वासी की मृत्यु 
    
    तकरीबन 15 मिनट के बाद दोनों ही स्पेसक्राफ्ट ढलान के ऊपरी सिरे पर खड़े थे। अब से कुछ देर पहले जॉर्ज ने जिस तरह से तेजी दिखाकर स्पेसक्राफ्ट को नीचे खाई से गिरने से बचाया वो‌ सच में काबिले तारीफ था। मिशा और उसके साथ के जनडोर वासी का स्पेसक्राफ्ट पहले ही सही सलामत ऊपर आ गया था लेकिन जॉर्ज को अपनी स्पेसक्राफ्ट बचाने में काफी दिक्कत आई। उस आखिरी दौर में जब वह स्पेसक्राफ्ट को एक के बाद एक ईंधन के हल्के झटके दे रहा था तब ईंधन लगभग खत्म होने को था लेकिन उसके इस झटकों ने स्पेसक्राफ्ट की गति कम कर दी जिसके ठीक बाद इसके अगले स्टेप में उन्होंने स्पेसक्राफ्ट को ढलान के विपरीत दिशा में चलने पर मजबूर कर दिया। तब जाकर कहीं उन दोनों की जान बची।
    
    जॉर्ज ने स्पेसक्राफ्ट के ऊपर वाला दरवाजा खोला और लगड़ाते हुए बाहर आया, इस पूरे घटनाक्रम के दौरान उसका बायां पैर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका था। वह पैर बिल्कुल हैंडल के करीब था जिसको घूमाते वक्त एक झटके ने उस हैंडल को उसके पैर के अंदर पुरा खूभो दिया। जॉर्ज के निकलने के बाद राज भी बाहर निकला, वह पूरी तरह से स्वस्थ था लेकिन दिल की धड़कन और थकावट इन दोनों ने उसे सुस्त कर दिया था। दोनों बाहर निकलते ही चोटी की जमीन पर आसमान की तरफ मुंह करके ही लेट गए। "शुक्र है भगवान का, हमारी जान बची" राज ने एक लंबी सांस ली। दूसरी ओर मिशा और जनडोर वासी वाले स्पेसक्राफ्ट कब का आ चुका था लेकिन उससे अभी तक कोई बाहर नहीं आया था। पर थोड़ ही देर में अचानक वहां से मिशा के चिल्लाने की आवाज आई। "हेल्प....." वह जोर चिल्लाई थी। राज और जॉर्ज उसकी आवाज सुनते ही खड़े हो उठे और तेजी से उनकी स्पेसक्राफ्ट की तरफ भागे।
    
    अंदर मिशा खून से लथपथ थी। उसकी ऐसी हालत देखते ही राज छकपका गया। उसकी सांसों की गति एक बार फिर बढ़ गई। उसने जल्दी जल्दी से स्पेसक्राफ्ट के ऊपरी दरवाजे को खींचकर खोला और मिशा को बाहर निकालने की कोशिश की। मिशा का बाया कंधा पूरी तरह से चोट ग्रस्त था। खुद को बचाने के दौरान स्पेसक्राफ्ट के कांच का एक बड़ा टुकड़ा टूट कर कंधे की उस जगह पर लग गया था जिसे मिशा की यह हालत हुई। राज ने मिशा को ध्यान से बाहर निकाला और उसे जमीन पर लेटा दिया। जॉर्ज दूसरे जनडोर वासी की सहायता कर रहा था। इस दौरान कांच के कुछ टुकड़े उसे भी लगे थे लेकिन उसकी हालत मिशा से कुछ ज्यादा खराब थी। जॉर्ज ने उसे भी निकाल कर जमीन पर लिटाया और उसकी धड़कन चेक की। राज मिशा के कंधे वाले घाव को देख रहा था।
    
    "तुम घबराओ मत, ज्यादा नहीं लगी पर अंदर जो कांच लगा है उसे निकालना पड़ेगा" राज ने मिशा की जैकट उतारकर उसके घावों को पहली नजर में देखा जहां कांच का एक टुकड़ा ऊपर ही तैर रहा था।
    
    मिशा ने गर्दन हिलाकर सहमति दे दी"हां निकालो, लेकिन एक झटके से निकालना ताकि ज्यादा दर्द ना हो"
    
    इससे पहले मिशा अपनी बात पूरी करती राज ने उस कांच के टुकड़े को खींच कर निकाल दिया और मिशा बोलते बोलते बीच में ही दर्द से चिल्ला पड़ी।
    
    "कूल डाउन, कूल डाउन" राज ने अपने हाथों से उसके कंधे को थपथपाया और दर्द को कम करने की कोशिश की। मिशा लंबी लंबी सांसे लेने लगी थीं। कांच को निकालने वाले झटके से उसके पूरे शरीर में दर्द की बहुत बड़ी सिरहन उठी थी जिसे उसने जैसे तैसे कर बर्दाश्त किया।
    
    जॉर्ज को कुछ भी सही नहीं लग रहा था, उसने जिस जनडोर वासी को जमीन पर लिटाया था उसका शरीर रिस्पांस नहीं दे रहा था। दिल की धड़कन भी लगभग शांत थी। जॉर्ज तेजी से स्पेसक्राफ्ट की ओर गया और वहां से एक टॉर्च जैसा दिखने वाला डिवाइस लेकर आया। उसने अभी तक इस बारे में राज और मिशा को नहीं कहा था, उसने उस टॉर्च को ऑन किया तो उसके सामने वाले सिरे से बिजली के स्पार्क निकलने लगे। फिर जॉर्ज ने एक के बाद एक जनडोर वासी को कई सारे बिजली के झटके दिए। राज और मिशा का ध्यान जोर्ज की और गया और वो भी उसके पास आ गए।
    
    जॉर्ज का चेहरा देखकर साफ पता लग रहा था कि अब यह जनडोर वासी अपने प्राण छोड़ चुकी थी। काफी देर की कोशिश के बाद जॉर्ज ने अपनी कोशिश छोड़ दी और वहां से हटकर कुछ दूरी पर बैठ गया। बैठते वक्त उसके भारी-भरकम सूट ने बीच में अड़चन पैदा की लेकिन फिर भी वह ठीक ठाक ही बैठ गया था। राज और मिशा ने एक दूसरे की तरफ देखा और फिर जनडोर वासी के उस बेजान पड़े शरीर की ओर। उसका रंग बदलते जा रहा था।
    
    "अफसोस, बाकी के लोग सुरक्षित हो"
    
    मिशा ने दूसरे लोगों का ख्याल किया जो कम से कम इस ग्रह के गुरुत्वाकर्षण की चपेट में नहीं आए थे। जॉर्ज की स्पेसशिप से कुल 14 स्पेस क्राफ्ट निकले थे जिनमें से 12 तो सही सलामत निकल गए लेकिन दो स्पेसक्राफ्ट इस ग्रह गुरुत्वाकर्षण की चपेट में आ गए। मिशा के शरीर से कांच का टुकड़ा निकालने के बाद वहां से खून निकल रहा था, उसे रोकने के लिए मिशा अपने जैकेट को बीच में से फाड़ कर दो हिस्सों में बांट लिया। फिर उनमें से एक हिस्से को पट्टे की तरह इस्तेमाल करते हुए चोट वाली जगह पर बांधा।
    
    अगले तकरीबन आधे घंटे तक वहां पूरी तरह से सन्नाटा छाया रहा। वातावरण में लावा के कारण एक जंग लगे लोहे जैसी गंध थी। ग्रह पर तापमान कम था और वहां ऐसी कोई विषैली गैस मौजूद नहीं थी जो राज और मिशा के शरीर को डैमेज करें। वही बात ऑक्सीजन के स्तर की, तो उनके चेहरे पर एक पारदर्शी मास्क तब से लगा हुआ था जब से वो जनडोर ग्रह पहुंचे थे। उस मास्क का काम दूसरी गैर-जरूरी गैसों को रोक कर सिर्फ ऑक्सीजन को अंदर जाने देने का ही था। 

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2 Comments

Miss Lipsa

30-Aug-2021 08:49 AM

Bohot sundar

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Javed Ali

20-May-2021 10:08 PM

Bhut acche hai

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